
सिसक (Sisak)

सिसक मूवी
'सिसक' एक साइलेंट शॉर्ट फिल्म है, जो LGBTQ पर बात करती है। यह इस मुद्दे पर देश की पहली साइलेंट फिल्म है। इस फिल्म में मुंबई लोकल ट्रेन में यात्रा करते हुए दो यात्री हैं। कई रातों की यात्रा के बीच दोनों एक-दूसरे से मिलते हैं। 'सिसक' इन दो मर्दों की ऐसी प्रेम कहानी है, जो आपका दिल दहला देगी। वजह यह कि हमारा समाज होमोफोबिक है। जहां एक ही लिंग के दो लोगों का प्यार में पड़ना आसपास के लोगों के लिए अपराध है।
ओन्यो ओपाला (Onyo Opalaa)

Onyo Opalaa
यह एक बंगाली फिल्म है, जिसकी कहानी में एक अधेड़ उम्र की विधवा ओपाला है। ओपला की शादी बहुत ही कम उम्र में एक कुलीन परिवार में कर दी गई। ओपाला बहुत सुंदर है। फिर भी उसका पति श्याम सुंदर उसे शादी की रात ही अस्वीकार कर देता है। ओपाला अपने प्यार को जीतने के लिए कई कोशिशें करती है, लेकिन कभी सफल नहीं हो पाती।
मेमरीज इन मार्च (Memories in March)

memories in march
फिल्म की कहानी में मां है और उसका बेटा है। बेटे की मौत हो जाती है। मां को यह जानकर हैरानी होती है कि उसके बेटे की एक सीक्रेट लाइफ भी थी। इसके बाद कहानी में कई नए खुलासे होते हैं।
माय सन इज गे (My son is gay)

my son is gay
यह फिल्म भी एक मां-बेटे की कहानी है। लक्ष्मी एक मां है। उसकी जिंदगी उस वक्त पूरी तरह बदल जाती है, जब उसे पता चलता है कि उसका बेटा वरुण समलैंगिक है। यह एक ऐसा सच है, जिसे वह कभी स्वीकार नहीं कर सकती। यह फिल्म हमारे समाज की सोच की वास्तविकता और उसकी गंभीरता को दिखाती है। 
my son is gay
दायरा (Daayra)

Daayra
एक लड़की है, जिसे कुछ मर्द किडनैप करते हैं और उसका यौन शोषण करते हैं। लड़की उनसे दूर भागती है और एक किन्नर उसे शरण देता है। इसके बाद की कहानी ऐसी है, जो हर किसी को जरूर देखनी चाहिए।