गोविंदा। एक ऐसा नाम, जिसने हमेशा हंसाया है। नचाया है। हिंदी सिनेमा के इतिहास में गोविंदा वो नाम है, जिसके उच्चारण मात्र से चेहरे पर हंसी आ जाती है। मन 'डिस्को में जाने' को करने लगता है। दिल चाहता है बीच बाजार 'स्ट्रीट डांसर' की तरह जमकर नाचा जाए। गोविंदा लाजवाब हैं। अब भले ही वह फिल्मों में कम नजर आते हैं, लेकिन जब कभी कहीं किसी मंच पर दिखते हैं तो हर दिल फैन बन जाता है। चीची की शख्सियत है भी ऐसी ही। गोविंदा का असली नाम अरुण आहूजा है। जन्म 21 दिसंबर 1963 को मुंबई में हुआ था। वह अपनी मां के बहुत करीब थे। छह भाई-बहनों में गोविंदा सबसे छोटे थे, इसलिए उन्हें सब चीची यानी सबसे छोटी अंगुली बुलाते थे। गोविंदा इतने दिलचस्प क्यों हैं, इसके लिए उनकी फिल्में देखिए। वैसे, अगर गोविंदा की पर्सनल लाइफ के बारे में जानेंगे तो आप भी यही कहेंगे कि भगवान हर मां उनके जैसा ही 'राजा' बेटा दे।
मां के पांव धोकर गंगाजल पीते थे गोविंदा
Govinda Mother Religion: गोविंदा की मां नजीम मुसलमान थीं। धर्म परिवर्तन करने के बाद उन्होंने अपना नाम निर्मला देवी रख लिया था। वह भी एक एक्ट्रेस थीं। बताया जाता है कि गोविंदा रोज अपनी मां के पैरों को गंगाजल से धोते थे और उस पानी को पीते थे। मां की मौत के बाद उन्होंने उस गंगाजल को बचाकर रखा था। काम पर निकलने से पहले वह हर दिन सुबह उसे पीते थे।गोविंदा कभी नहीं टालते थे मां की बात
गोविंदा पर उनकी मां का बहुत प्रभाव रहा है और अभी भी है। ईश्वर में उनकी आस्था का बड़ा कारण मां रही हैं। मां साध्वी थी और इसका असर गोविंदा की जिंदगी पर भी हुआ। वह अपनी मां से इस कदर प्यार करते थे कि उनके कहने पर गोविंदा ने अपनी असल जिंदगी की लव स्टोरी पर तत्काल ब्रेक लगा दिया। गोविंदा कहते हैं, 'मैं आज जो भी हूं, अपनी मां की वजह से हूं। उनके आशीर्वाद के बिना मैं कुछ नहीं कर पाता।'गोविंदा को अंग्रेजी कमजोर होने के कारण नहीं मिली नौकरी
महाराष्ट्र के वर्तक कॉलेज से कॉमर्स की डिग्री लेने वाले गोविंदा की अंग्रेजी तब बहुत अच्छी नहीं थी। यही कारण है कि कॉलेज से निकले के बाद वह नौकरी करना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो न सका। कई जगह कोशिशों के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली। पैसों की जरूरत के कारण उन्होंने फिल्मों में काम करने की सोची और यहीं से बॉलीवुड में उनका करियर और स्ट्रगल शुरू हो गया। हिट थी गोविंदा और नीलम की जोड़ी
Govinda and Neelam: हिंदी सिनेमा के पर्दे पर 90 के दशक में अगर कोई कलाकार सबसे अधिक सराहा गया तो वो गोविंदा ही थे। वह अपनी को-स्टार को लेकर भी काफी चर्चा में रहते थे। गोविंदा और नीलम की जोड़ी उस दौर की सुपरहिट जोड़ी मानी जाती थी। दोनों ने दर्जनों फिल्में साथ की हैं। समझा जाता है कि यह जोड़ी पर्दे से उतरकर असल जिंदगी में भी साथ दिखना चाहती थी।एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे गोविंदा और नीलम
खबरों के मुताबिक, नीलम और गोविंदा काफी करीब थे। दोनों की मुलाकात सबसे पहले 'इल्जाम' फिल्म के सेट पर हुई थी। फिल्म हिट रही और यह जोड़ी दर्शकों की आंखों से होते हुए, एक-दूसरे के दिल में भी उतर गई। कहा यह भी जाता है कि गोविंदा अपनी को-स्टार नीलम को पर्दे पर किसी और हीरो के साथ देखना पसंद नहीं करते थे।
मां के कारण गोविंदा ने प्यार को भूल कर ली शादी
Govinda Wife Sunita: गोविंदा की मां को डायरेक्टर अनिल सिंह की पत्नी की बहन सुनीता बेहद पसंद थीं। वो चाहती थीं कि गोविंदा सुनीता से ही शादी करे। गोविंदा मां की जिद के आगे झुक गए और उन्होंने सुनीता से शादी कर ली। हालांकि, एक साल तक गोविंदा ने शादी की बात को दुनिया से छुपाए रखा। लेकिन जब बेटी हुई तो उन्होंने शादी की बात सबको बता दी।
इस तरह जन्मदिन मनाते हैं गोविंदा
गोविंदा की जिंदगी से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि वो हर साल अपने जन्मदिन के दिन किन्नरों को घर बुलाते हैं। वह उन्हें हजारों रुपये देते हैं। उनके साथ डांस करते हैं और करवाते हैं। जन्मदिन मनाने का गोविंदा का यह अनोखा तरीका है। दरअसल, वह इस बात में बहुत यकीन रखते हैं कि किन्नरों की दुआ सबसे अधिक लगती है।