अब हमारे बीच में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर नहीं हैं लेकिन उनके किस्से और यादें आज भी बरकरार है। वह असल जिंदगी में बेबाक थे। अपनी बायोग्राफी ‘खुल्लम खुल्ला’ में अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहित से मुलाकात का जिक्र करने से भी वह हिचके नहीं तो अवॉर्ड खरीदने के बारे में भी बताने से कतराए नहीं। उन्होंने अपनी जिंदगी के तमाम कंफेशन इस किताब में जाहिर किए। ‘खुल्लम खुल्ला’ किताब के पन्नों में उतारने का काम पत्रकार मीना अय्यर ने किया है। वेबसाइट पर प्रकाशित हिस्सों में बताया गया है कि ऋषि कपूर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के साथ चाय पी चुके हैं। हालांकि, यह किस्सा तब का है, जब मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाके नहीं हुए थे।
ऋषि आगे बताते हैं, 'दाऊद ने मेरा स्वागत किया और कहा कि मुझे किसी भी चीज की जरूरत हो तो मैं बता सकता हूं।’ ऋषि ने बताया कि उन्हें दाऊद के एक साथी ने कहा कि दाऊद उनके साथ चाय पीना चाहते हैं। इसके बाद शाम को उन्हें लेने के लिए एक रॉल्स रॉयस भेजी गई।
लोकेशन का नहीं चला पता
दाऊद तक इस तरह ले जाया गया कि उन्हें दाऊद के घर की लोकेशन पता न चल सके। वह कहते हैं, ‘हम वहां पहुंचे तो दाऊद ने कहा कि वह शराब न पीते हैं और न ही किसी को पिलाते हैं इसलिए उन्हें चाय पर बुलाया गया है।’
चार घंटे रहे दाऊद के मेहमान
ऋषि कपूर करीब चार घंटे तक दाऊद के खास मेहमान बने रहे। दाऊद ने ऋषि से कहा कि उन्हें उनकी फिल्म ‘तवायफ’ काफी पसंद आई, क्योंकि उसमें उनका नाम दाऊद था। दाऊद का कहना था कि फिल्म के जरिए ऋषि ने उनके नाम को महान बना दिया है। किताब में लिखा है, ‘उन्होंने कहा कि वह मेरे पिता, मेरे चाचाओं, दिलीप कुमार, महमूद, मुकरी जैसे अभिनेताओं को बहुत पसंद करते हैं। वहां जाने से पहले तक मैं थोड़ा डरा हुआ था लेकिन वहां जाने के बाद मैं काफी रिलैक्स हो गया।’