जब विद्या बालन को लोगों ने दे दिया था 'मनहूस' का टैग, इस कारण एक्ट्रेस को खुद पर से उठ गया था भरोसा
Edited by उमा मिश्रा | Hindi Filmipop | Updated: 26 May 2023, 2:24 pm
'परिणीता' एक्ट्रेस विद्या बालन ने कई फिल्मों में काम किया है लेकिन उन्हें एक वक्त ऐसा था कि काम नहीं मिलता था। उन्होंने टीवी से करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह जिस भी प्रोजेक्ट को करतीं, वह कैंसिल हो जाता था। ऐसे में उन्हें लोग मनहूस कहने लगे थे।
विद्या बालन
बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन लंबे समय से पर्दे से गायब हैं। उन्हें आखिरी बार 'जलसा' में देखा गया था। उसके बाद तो वह पर्दे पर नजर ही नहीं आईं। उन्होंने न सिर्फ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम किया। बल्कि साउथ में भी अपने हुस्न का जलवा बिखेर चुकी हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा था कि उन्हें उनके बढ़े वजन की वजह से ताने सुनने को मिलते थे। लोग उन्हें मोटी और मनहूस कहा करते थे। ऐसा क्यों आइए बताते हैं।
विद्या बालन के पेरेंट्स उनको इस फील्ड में आने के लिए श्योर नहीं थे। ऐसे में एक्ट्रेस को परिवारवालों को इंस्डस्ट्री में आने के लिए मनाना काफी मुश्किल था। हालांकि विद्या की मां भी अपने समय में इस फील्ड में आना चाहती थीं और एक्ट्रसे बनना चाहती थीं। फिर जैसे-तैसे उनको परिवार का सपोर्ट मिला। जब वह कॉलेज में थीं तो टीवी शोज के ऑडिशन्स देने लगीं।
विद्या की फैमिली हुई राजी
विद्या बालन ने एक बार बताया था कि उनको पहले जिस शो के लिए साइन किया गया था। उसमें एक्ट्रेस ने कभी काम नहीं किया। इसके बाद उनको हम पांच मिला। इसके लिए उनके पेरेंट्स भी राजी थे। क्योंकि टीवी की दुनिया उन्हें सुरक्षित लगती थी। साथ ही वो पारिवारिक था। इसलिए भी फैमिली ने क्लीनचिट दे दी थी।
विद्या बालन को मिले प्रोजेक्ट्स कैंसिल हुए
विद्या बालन ने जब इस शो को छोड़ा तो वह एड फिल्में करने लगीं। एक्ट्रेस ने बताया कि अगर वो टीवी का साथ न छोड़तीं तो आज वो कुछ न कर रही होतीं। उनको मोहनलाल के साथ एक मलयालम फिल्म मिली। इसमें उनको जो रोल मिला, उससे तो वो बेहद खुश थीं लेकिन दुर्भाग्य से प्रोजेक्ट कैंसिल कर दिया गया। इसके बाद उनको दूसरे प्रोजेक्ट्स के लिए अनऔपचारिक रूप से अप्रोच किया गया। लेकिन सब कैंसिल हो गए।
विद्या बालन को मिला टैग
विद्या बालन ने बताया कि उनको लोगों ने 'मनहूस' करना शुरू कर दिया। उनको इसका टैग मिल गया था क्योंकि जिसे वो करने जातीं, वो कैंसिल हो जाते थे। इस तरह उनको कोई काम नही नहीं दे रहा था। वह घर पर बैठ गई थीं। विद्या ने कहा कि उनको ये बात तब पता नहीं थी कि इंडस्ट्री के हालात खराब हैं। वह मुश्कुल दौर से गुजर रही है। लेकिन उनको जब मनहूस कहा जाने लगा तो उनका खुद पर से विश्वास उठ गया। उन्होंने कई रिजेक्शन्स झेले। लेकिन बाद में उनको ‘परिणीता’ मिली जो कि खुद प्रदीप सरकार ने उनको ऑफर की थी।