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सर्दियों में बढ़ जाती है पीरियड्स के दौरान ये समस्याएं, जानें कारण और उपाय

Authored by पुनीत सैनी | Hindi Filmipop | Updated: 4 Jan 2023, 4:14 pm
सर्दियों में बढ़ जाती है पीरियड्स के दौरान ये समस्याएं, जानें कारण और उपाय
सर्दियों में बढ़ जाती है पीरियड्स के दौरान ये समस्याएं, जानें कारण और उपाय
तापमान में गिरावट के साथ ही धूप की गरमाहट में भी गिरावट होती है जो कई फिजिकल एक्टिविटी के लिए जरूरी है, सर्दियों में पीरियड का दर्द अधिक आम है। इस ऐसे में बस इतना ही मन करता है कि अपने कंबल के साथ बिस्तर पर लेटे रहेंगे। लेकिन हमेशा ऐसा करना संभव नहीं होता है। इसलिए परेशानी का समाधान जरूरी होता है। जानिए सर्दियों में बढ़ने वाली पीरियड की ये 5 कॉमन प्रॉब्लम और समाधान के बारे में।
1. हार्मोनल असंतुलन: विभिन्न स्टडीज में इस बात कि पुष्टि की गई है कि सर्दियों की तुलना में गर्मियों में पीरिएड्स कम होता है। यह सर्दियों के दौरान बढ़े हुए हार्मोन रिलीज और ओव्यूलेशन में कमी के परिणामस्वरूप होता है, जिसके परिणामस्वरूप लंबे साइकिल होते हैं।
2. इम्यूनिटी में की: सर्दियों के दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं की इम्यूनिटी कम होती है और उन्हें कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम होने का खतरा रहता है। ऐसे में इम्यूनिटी कमी का मासिक धर्म पर प्रभाव पड़ता है।
3. विटामिन डी की कमी: सूर्य की कमी से थायरॉयड और endocrine system धीमा हो सकता है, जो मेटाबोलिज्म को कम करता है और लंबे पीरियड्स का कारण बनता है। और इसके अन्य लक्षण बिगड़ जाते हैं।

4. पीएमएस सिम्पटम: सर्दी के मौसम में मासिक धर्म से पहले सीरियस सिंपटम्स दिख सकते हैं। जिन महिलाओं में विटामिन डी की कमी पाई जाती है, उन्हें कई तरह की परेशानी हो सकती है। पेट में दर्द, ऐंठन और मासिक धर्म की अनियमितता बढ़ सकती है।

5. आर्टरी सिकुड़ती हैं: जब बाहर ठंड होती है तो आपकी आर्टरीज सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड फ्लो बाधित हो जाता है और आपके हार्ट को पूरे शरीर में ब्लड पंप करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। यह पीरियड्स सइकिल को दर्दनाक बना सकता है।
सर्दियों के मौसम में इन वजहों से होती है पीरिएड्स के दौरान परेशानी

सर्दियों के मौसम में कम धूप, कम मेटाबोलिज्म, कम ओव्यूलेशन, कम हार्मोन रिलीज, कम इम्यूनिटी, और विटामिन डी की कमी और मैग्नीशियम जैसे कारक मासिक धर्म चक्र में कई तरह के बदलाव ला सकते हैं। जानें कि इन कारणों से आपको कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।

सर्दियों के दौरान मासिक धर्म से जुड़ी 5 सबसे आम समस्याएं:

1. थोड़ी-थोड़ी देर में खाने की इच्छा
ठंड के मौसम में शरीर में हार्मोनल परिवर्तन से ब्लड शुगर लेवल में गिरावट आती है, जिससे चीनी की तलब होती है। इसके अलावा सेरोटोनिन शरीर में एक फील-गुड केमिकल है, जो आपको चीनी और कार्बोहाइड्रेट जैसे फूड खाने के लिए इंकरेज करता है। इसके कारण महिलाओं को लगातार कुछ खाने की इच्छा होती है।

2. लॉन्ग ड्यूरेशन पीरियड्स साइकिल
असामान्य रूप से लंबी अवधि का मासिक चक्र चिंता का कारण है, इसके लिए सर्दी का मौसम भी जिम्मेदार हो सकता है। हार्मोनल असंतुलन ऐसी परेशानियों को ट्रिगर करता है।

3. पीरियड का दर्द
यह ब्लड फ्लो को बाधित कर सकता है और सर्दियों के दौरान ब्लड वेसल्स के सिकुड़ने पर पीरियड की परेशानी को बदतर बना सकता है।

4. पीरियड ब्लोटिंग
मासिक धर्म चक्र के दौरान और ठंड के महीनों में पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। पीरियड ब्लोटिंग और कब्ज में योगदान देने वाले दो मुख्य कारण पर्याप्त मात्रा में लिक्विड का सेवन न करना और डाइट में फाइबर की कमी है।

5. मासिक धर्म की थकान
मासिक धर्म की थकान या भारी मासिक धर्म चक्र से थकान एक और विशिष्ट दुष्प्रभाव है। सर्दी के छोटे दिन और विटामिन डी की कमी थकान के दो महत्वपूर्ण कारण हैं।


मासिक धर्म की समस्याओं को कैसे दूर करें?
- अपनी पीरियड्स साइकिल से पहले अपने विटामिन डी का सेवन बढ़ाने की कोशिश करें।
- संतरे का रस, अनाज और फैटी फिश जैसे टूना और सामन लें।
- अदरक की चाय का सेवन करने से पीरियड क्रैम्पिंग से राहत मिल सकती है।
- ऐंठन कम करने के लिए गर्म पानी की बोतल का प्रयोग करें। जंक, ऑयली, प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड से बचें।
ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें खाना बहुत जरूरी है।
-इसके अलावा, एक हॉट बाथ भी इस समय के दर्द को कम कर सकता है और आपको आराम और ताजा महसूस कर सकता है।
-ज्यादा बहाव की स्थिति में हर 4 घंटे के बाद पैड बदलते रहें।