अगर एक शब्द में इस प्रश्न का उत्तर दिया जाए तो वह है 'नहीं'। ऐसा अक्सर होता है कि हम कुछ स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी जैसे सर दर्द और पेट दर्द होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करते हैं। यह हमें तुरंत राहत पहुंचाते हैं, और फिर हम इसे बार-बार आजमाते रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका आपके स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?
दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के डायरेक्टर डॉ राजीव गुप्ता के अनुसार, एंटीबायोटिक के अत्यधिक सेवन का सबसे बुरा असर ये होता है कि समय के साथ शरीर में इन दवाओं के प्रति रेसिस्टेन्स विकसित हो जाता है, अर्थात कुछ समय के बाद हानिकारक बैक्टीरिया पर इस दवा का प्रभाव पड़ना बंद हो जाता है। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के कारण न केवल बीमारियां बढ़ने लगती हैं बल्कि उसके ठीक होने में भी समय लगता है। इससे हॉस्पिटल स्टे भी बढ़ जाता है। साथ ही यह शरीर के लिए फायदेमंद बैक्टीरिया को ख़त्म कर देता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जो बीमारियों का कारण बनती है।
एंटीबायोटिक के अधिक सेवन के नुकसान
अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक के सेवन का सबसे बुरा असर आंतों पर पड़ता है। ये दवाएं आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया को ख़त्म कर देती हैं, इससे पाचन सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही यह फंगल इन्फेक्शन का कारण भी बनता है। यह डायरिया जैसी पेट सम्बन्धी समस्या को भी जन्म देता है।
अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक का सेवन फोटो सेंसिटिविटी का भी कारण बनता है, जिससे शरीर लाइट के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। इससे काम लाइट भी आँखों को अधिक चमकीला प्रतीत होता है। और शरीर सनबर्न के प्रति भी अधिक संवेदनशील हो जाता है। इसके साथ ही यह बुखार को भी आमंत्रण देता है।
एंटीबायोटिक का बच्चों पर बहुत ही बुरा असर पड़ता हैं। चूकिं उनका इम्मून सिस्टम कमजोर होता है, तो उनका शरीर इसके बुरे प्रभाव को झेलने में असमर्थ होता है। परिणामस्वरूप, ये उनके शरीर के कई भाग को नुकसान पहुंचाते हैं। यह बच्चों के दांतों के रंग को भी प्रभावित करता है, उन पर दाग हो सकते हैं जो परमानेंट होते हैं।
अगर हम गंभीर समस्याओं की बात करें तो अत्यधिक एंटीबायोटिक का उपयोग एलर्जिक रिएक्शन, ब्लड रिएक्शन, हार्ट समस्या, आदि का कारण बन सकता है। इन साइड इफेक्ट्स को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम एंटीबायोटिक का उपयोग पूरी सजगता से करें और डॉक्टर की सलाह को प्राथमिकता दें।
एंटीबायोटिक के अधिक उपयोग से बचें
सामान्यतया सर्दी-जुकाम, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, कोविड-19, साइनस, कान के कुछ इन्फेक्शन जैसी कई समस्याओं में एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत नहीं होती है। हमें इन समस्याओं के दौरान एंटीबायोटिक के उपयोग से बचना चाहिए। आपके लिए यह जानना आवश्यक है कि वायरल इन्फेक्शन के लिए एंटीबायोटिक बिल्कुल भी प्रभावी नहीं है। ऐसे में इसका उपयोग आपको हानि पहुंचा सकता है।
अतः आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए एंटीबायोटिक के अनावश्यक उपयोग से बचना चाहिए। समस्या होने पर अपने डॉक्टर से मिलना और उनके द्वारा दिए गए दवाओं का ही उपयोग करना चाहिए।