
स्टडी में शामिल लोगों ने दो चम्मच शहद रोज खाया
इस स्टडी में शमिल सभी लोगों ने आम तौर पर हेल्दी डाइट प्लान को फॉलो किया था। अध्ययन में पाया गया कि फूलों के सोर्स से प्राप्त शहद का शरीर पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है। इस स्टडी में शामिल लोगों को आठ सप्ताह के दौरान एवरेज 40 ग्राम या लगभग दो बड़े चम्मच शहद प्रतिदिन दिया गया।
इससे प्राप्त शहद का फायदा सबसे ज्यादा
कच्चे शहद का सेवन करने वाले लोगों में सबसे ज्यादा फायदा False Acacia या Black Locust trees से प्राप्त शहद का देखने को मिला। हालांकि, 65 डिग्री सेल्सियस से ऊपर गर्म करने के बाद शहद के कई बेनिफिट्स, मिनरल्स नष्ट हो गये।
शहद में भी लगभग 80 प्रतिशत चीनी लेकिन सेहतमंद ज्यादा
यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मेडिसिन के एक वरिष्ठ शोधकर्ता तौसीफ खान के अनुसार इस स्टडी के रिजल्ट आश्चर्यजनक थे क्योंकि शहद में भी लगभग 80 प्रतिशत चीनी है। लेकिन इसके बावजूद शहद आम और दुर्लभ शुगर, प्रोटीन, ऑर्गेनिक एसिड और अन्य bioactive compounds की संरचना है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। विशेषज्ञों के अनुसार रिजल्ट से पता चलता है कि हेल्थ और न्यूट्रिएंट के लेवल को देखते हुए हर तरह के शुगर को एक ही जैसा मानना सही नहीं है।
चीनी के विकल्प के तौर पर कर सकते हैं इस्तेमाल
हालांकि यह भी नहीं कहा जा सकता है कि यदि आप वर्तमान में चीनी से परहेज करते हैं तो आपको शहद खाना शुरू कर देना चाहिए। लेकिन चीनी के बजाय शहद का प्रयोग रिस्क को कम करता है। यदि आप चीनी, सिरप या अन्य स्वीटनर का उपयोग कर रहे हैं, तो उसकी जगह शहद के इस्तेमाल से कार्डियोमेटाबोलिक रिस्त कम हो सकता है।