दुनिया में सबसे मुश्किल काम है, किसी को हंसाना। फिर चाहे बात पर्दे की हो या असल जिंदगी की। लेकिन सैयद इश्तियक अहमद जाफरी वह शख्सियत थे, जिन्होंने दोनों ही मोर्चों पर सिद्धी हासिल की। पर्दे पर जगदीप नाम से जबरदस्त कॉमेडियन के रूप में पॉपुलर हुए, तो असल जिंदगी में जिससे भी मिले अपने पीछे मुस्कान छोड़ गए। 29 मार्च को पैदा हुए जगदीप की बुधार को जयंती है। 8 जुलाई 2020 को वह 81 साल की उम्र में दुनिया से रुखसत हुए। नम आंखों से तब बेटे जावेद जाफरी और नावेद जाफरी ने पिता को विदा किया था। फिल्म 'शोले' में उन्होंने सूरमा भोपाली का ऐसा किरदार गढ़ा कि ताउम्र वह इसी नाम से पुकारे जाते रहे। जगदीप ने बतौर बाल कलाकार फिल्मों में एंट्री की थी। जगदीप ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि उन्होंने 3 रुपये की लालच में अपनी पहली फिल्म में काम किया था।
Jagdeep Movies: जगदीप बताते हैं कि उन्होंने उस फिल्म में तब सिर्फ इसलिए काम किया था कि उन्हें उस सीन में ताली बजाने के 3 रुपये मिल रहे थे। जबकि दिनभर कंघी और साबुन बेचने के बाद वह एक से डेढ़ रुपया ही कमा पाता थे। तब नाम जगदीप नहीं था। सैद इश्तियाक से वह सिनेमा की दुनिया के लिए मास्टर मुन्ना बन गए। यहीं से उनका फिल्मी सफर शुरू हुआ और फिर कारवां बनता गया।