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Jagdeep Birthday: 3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली

Edited by स्वपनल सोनल | Hindi Filmipop | Updated: 28 Mar 2023, 7:09 pm
3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली
3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली
दुनिया में सबसे मुश्‍क‍िल काम है, किसी को हंसाना। फिर चाहे बात पर्दे की हो या असल जिंदगी की। लेकिन सैयद इश्तियक अहमद जाफरी वह शख्‍सि‍यत थे, जिन्‍होंने दोनों ही मोर्चों पर सिद्धी हासिल की। पर्दे पर जगदीप नाम से जबरदस्‍त कॉमेडियन के रूप में पॉपुलर हुए, तो असल जिंदगी में जिससे भी मिले अपने पीछे मुस्‍कान छोड़ गए। 29 मार्च को पैदा हुए जगदीप की बुधार को जयंती है। 8 जुलाई 2020 को वह 81 साल की उम्र में दुनिया से रुखसत हुए। नम आंखों से तब बेटे जावेद जाफरी और नावेद जाफरी ने पिता को विदा किया था। फिल्‍म 'शोले' में उन्‍होंने सूरमा भोपाली का ऐसा किरदार गढ़ा कि ताउम्र वह इसी नाम से पुकारे जाते रहे। जगदीप ने बतौर बाल कलाकार फिल्‍मों में एंट्री की थी। जगदीप ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि उन्‍होंने 3 रुपये की लालच में अपनी पहली फिल्‍म में काम किया था।

When was Jagdeep born: जगदीप का जन्‍म 29 मार्च 1939 में मध्य प्रदेश के दतिया में हुआ था। उनके पिता वकील थे। साल 1947 में इधर देश का बंटवारा हुआ, उधर उनके पिता का इंतकाल हो गया। परिवार की माली हालत बिगड़ गई। जगदीप की मां उन्‍हें और बाकी बच्चों को लेकर मुंबई चली आईं। पेट पालने के लिए मां एक अनाथ आश्रम में खाना पकाने लगीं। जगदीप बताते हैं कि पैसों की तंगी और मां की हालत देख उन्‍हें खूब रोना आता था। परिवार की मदद के लिए वह स्कूल छोड़कर सड़कों पर साबुन-कंघी बेचा करते थे। इसी बीच बीआर चोपड़ा अपनी फिल्‍म 'अफसाना' बना रहे थे। फिल्‍म में एक सीन था, जहां कई चाइल्ड आर्टिस्ट्स थे।

Jagdeep Birthday: 3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली

जगदीप की फाइल फोटो


Jagdeep Movies: जगदीप बताते हैं कि उन्‍होंने उस फिल्‍म में तब सिर्फ इसलिए काम किया था कि उन्‍हें उस सीन में ताली बजाने के 3 रुपये मिल रहे थे। जबकि दिनभर कंघी और साबुन बेचने के बाद वह एक से डेढ़ रुपया ही कमा पाता थे। तब नाम जगदीप नहीं था। सैद इश्‍त‍ियाक से वह सिनेमा की दुनिया के लिए मास्‍टर मुन्‍ना बन गए। यहीं से उनका फिल्‍मी सफर शुरू हुआ और फिर कारवां बनता गया।

'दो बीघा जमीन' से मिली थी जगदीप को पहचान

जगदीप ने जब सिनेमा की दुनिया में कॉमेडी करना शुरू किया, तब बड़े पर्दे पर जॉनी वॉकर और महमूद जैसे दिग्‍गजों का बोलबाला था। वह बतौर बाल कलाकार कई फिल्मों में नजर आए, लेकिन बिमल रॉय की फिल्‍म 'दो बीघा जमीन' ने उन्हें वह पहचान दिलवाई, जिसकी परवान ले रहे करियर को जरूरत थी।

Jagdeep Birthday: 3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली

'शोले' में सूरमा भोपाली के रोल में जगदीप


'शोले' के सूरमा भोपाली ने बना दिया अमर

देखते ही देखते मास्‍टर मुन्‍ना सिनेमा की दुनिया में जगदीप बन गया। जगदीप का जब भी जिक्र होता है, रमेश सिप्‍पी की फिल्‍म 'शोले' में उनके किरदार 'सूरमा भोपाली' की बात जरूर होती है। सलीम-जावेद की लिखी कहानी में 'सूरमा भोपाली' असल जिंदगी में भोपाल के वन विभाग के अफसर नाहर सिंह से प्रेरित था। सलीम खान खुद इंदौर से ताल्‍लुक रखते हैं, जबकि जावेद अख्‍तर ने भी भोपाल में लंबा वक्‍त गुजारा है। जावेद अख्तर ने नाहर सिंह के किस्से सुन रखे थे। इसलिए जब उन्होंने सलीम खान के साथ 'शोले' के स्‍क्रीनप्‍ले पर काम शुरू किया तो सूरमा भोपाली के नाम से एक किरदार डाल दिया।

Jagdeep Birthday: 3 रुपये के लालच में फिल्‍मों में आए थे जगदीप, एक्‍टर से लड़ने पहुंच गया था असली सूरमा भोपाली

बेटे नावेद जाफरी और जावेद जाफरी के साथ जगदीप


भोपाल से लड़ने आ गए असली सूरमा भोपाली

'शोले' की रिलीज के साथ ही 'सूरमा भोपाली' का किरदार खूब मशहूर हुआ। इस कारण भोपाल में नाहर सिंह का भी काफी मजाक बनने लगा। वह सलीम-जावेद से नाराज हो गए। ऐसे में एक द‍िन नाहर सिंह सीधे मुंबई आ गए। वह जगदीप से लड़ने के मूड में थे, क्‍योंकि पर्दे पर उन्‍होंने ही सूरम भोपाली का रोल प्‍ले किया था। जगदीप बताते हैं कि तब जॉनी वॉकर ने किसी तरह बीच-बचाव किया था। जॉनी वॉकर ने नाहर सिंह को समझाया और किसी तरह उनका गुस्‍सा शांत कर उन्‍हें वापस भोपाल भेज दिया।