आपकी नजरों में स्टार कौन है? वो जो फिल्मों में लीड रोल निभाते हैं, पर्दे पर सबसे ज्यादा दिखते हैं। या फिर वो जो भले ही कुछ मिनटों के लिए ही स्क्रीन पर दिखते हों, लेकिन जब तक रहते हैं तारीफ, सीटियां और तालियां बटोर ले जाते हैं। वैसे असली कलाकार तो वही होता है, जो मिनटों में अपनी कला के जादू से समां बांध दे। हम सब हर साल बहुत-सी फिल्में देखते हैं। बहुत कुछ याद रहता है, जबकि कितना कुछ भूल जाते हैं। लेकिन कुछ सितारे और उनके किरदार ऐसे होते हैं, जो हमेशा साथ रहते हैं। अब जैसे ‘शोले’ के सूरमा भोपाली को ही ले लीजिए, या फिर ‘हेरा-फेरी’ के बाबू राव, ‘वास्तव’ का डेढ़ फुटिया। ये कुछ ऐसे कलाकार हैं, जिन्होंने अपने छोटे से किरदार में भी जान डाल दी। आज हम ऐसे में 10 एक्टर्स की बात करेंगे, जो नए जमाने में सिनेमा से लेकर ओटीटी तक पर धूम मचा रहे हैं। वो जो पसंद तो हम सभी को आते हैं, लेकिन हम में से बहुत कम ऐसे हैं, जो उनका नाम भी जानते हैं।
कुमुद मिश्रा ने कई फिल्मों में काम किया है। भला, 'रॉकस्टार' के खताना भाई किसको याद नहीं हैं? नादान जनार्दन को जॉर्डन और मोहब्बत करने वाला तो इन्होंने ही बनाया। 'सुल्तान' में सलमान खान को सुलतान अली खान बनाने वाले यही तो थे। कुमुद मिश्रा को हम सभी ने ‘फिल्मीस्तान’ ‘एयरलिफ्ट’ और ‘जॉली एलएलबी-2’ जैसी फिल्मों में भी देखा है। पिछले दिनों ओटीटी पर इनकी वेब सीरीज 'डॉ. अरोड़ा- गुप्त रोग विशेषज्ञ' भी खूब चर्चा में रही थी।
राजेश शर्मा
याद आया कुछ? इनका असली नाम राजेश शर्मा है। आपने इन्हें ‘स्पेशल-26’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘बजरंगी भाईजान’, ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ के अलावा कई फिल्मों में देखा होगा। पढ़ाई राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, दिल्ली से हुई है। हर किरदार को राजेश शर्मा कुछ इस तरह से करते हैं कि वो यादगार बन जाता है।
जाकिर हुसैन
जाकिर हुसैन गजब के एक्टर हैं। आपने इन्हें भी कई फिल्मों में देखा होगा। ज्यादातर फिल्मों में विलेन का रोल किया है। मसलन ‘सरकार’, ‘जॉनी गद्दर’, ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ और ‘पान सिंह तोमर’ जाकिर की बेहतरीन फिल्मों में से हैं।
विपिन शर्मा
विपिन शर्मा ने ‘तारे जमीं पर’ में पप्पा का किरदार प्ले किया था। उनकी पढ़ाई नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से हुई है। ‘ये साली जिंदगी’, ‘साहेब, बीवी और गैंगस्टर’, ‘रांझणा’ और ‘रमन राघव 2.0’ में विपिन ने काम किया है।
अभिमन्यु सिंह
अभिमन्यु सिंह ने राकेश ओमप्रकाश मेहरा की पहली फिल्म ‘अक्स’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। ‘लक्ष्य’, ‘गुलाल’, ‘रक्त चरित्र’, ‘रामलीला’ में अभिमन्यु ने जबर काम किया है। अक्षय कुमार की 'सूर्यवंशी' में भी नजर आए थे। उनकी एक्टिंग में एक ठेठपन आता है, जो उन्हें औरों से अलग और खास बनाता है।
बृजेंद्र काला
बृजेंद्र काला लंबे समय से एक्टिंग कर रहे हैं। थिएटर आर्टिस्ट हैं। फिल्मों के साथ-साथ टीवी और वेब सीरीज में भी काम कर रहे हैं। बृजेंद्र काला को सबसे तगड़ी पॉपुलैरिटी पहचान ‘पान सिंह तोमर’ से मिली। इसमें उन्होंने एक पत्रकार का रोल प्ले किया था। ‘आंखों देखी’, ‘पीके’, ‘जॉली एलएलबी’ जैसी कई बेहतरीन फिल्में हैं इनके नाम।
राजेंद्र सेठी
राजेंद्र सेठी भी दिलचस्प एक्टर हैं। कॉमेडी हो या नेगेटिव रोल, वह हर जगह छा जाते हैं। आपने उन्हें ‘दस’, ‘खोसला का घोसला’, ‘लव शव ते चिकन खुराना’ के साथ-साथ ‘तेरे बिन लादेन’ में भी देखा है।
मनु ऋषि
गजब एक्टर है ये बंदा। ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, 'आंखों देखी', 'ओए लक्की लक्की ओए', ‘बैंड बाजा बारात’ में मनु ने दिल ही जीत लिया था। रोल इनके छोटे-छोटे होते हैं, पर उन्हीं छोटे रोल में ये दर्शकों को अपना दीवाना बना लेते हैं। 'क्या दिल्ली, क्या लाहौर' उनकी बेहतरीन फिल्म है। इसके डायरेक्टर विजय राज हैं।
मनीष चौधरी
मनीष चौधरी ने ‘राकेट सिंह: द सेल्समैन ऑफ द ईयर’, ‘लफंगे-परिंदे’, ‘बैंड बाजा बारात’ में काम किया है। ‘सोचा ना था’ और ‘बॉम्बे वेलवेट’ उनकी बेहतरीन फिल्में हैं। वह इसी साल नागार्जुन की फिल्म 'द घोस्ट' में नजर आए हैं। जबकि वेब सीरीज 'आर्या' में शेखावत के रोल में इन्होंने गजब की एक्टिंग की है।
आनंद तिवारी
फिल्में करने के साथ-साथ आनंद तिवारी थिएटर भी करते हैं। 'गो गोवा गॉन', ‘फाइंडिंग फैनी’, ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी’, ‘काइट्स’ और ‘उड़ान’ में आनंद ने काबिल-ए-तारिफ काम किया है।