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महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर

Edited by संगीता तोमर | Hindi Filmipop | Updated: 20 Sep 2023, 4:02 pm
महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर
महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर
महेश भट्ट आज एक नामी फिल्ममेकर हैं, और परिवार के साथ अच्छी जिंदगी बिता रहे हैं। लेकिन बचपन में उन्होंने बहुत दुख झेला था। लोग उन्हें नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे। पिता नानाभाई भट्ट न तो कभी साथ रहे और ना ही उनकी मां को पत्नी का दर्जा दिया। यह सब महेश भट्ट ने तब बताया था, जब वह अरबाज खान के शो 'द अन्विंसिबल्स विद अरबाज खान' में आए थे।

Mahesh Bhatt के पिता का नाम नानाभाई भट्ट और मां का नाम शिरीन मोहम्मद अली था। पिता हिंदू थे और मां मुस्लिम। पिता पहले से ही शादीशुदा थे, इसलिए उन्होंने महेश भट्ट की मां से कभी शादी नहीं की।


हिंदू के इलाके में रहने के कारण छुपाकर रखा धर्म

महेश भट्ट ने बताया था कि उनकी मां हिंदुओं के इलाके में रहती थी। इस वजह से उन्हें अपना धर्म छुपाकर रहना पड़ा। उनकी बस एक ही इच्छा थी कि पति नानाभाई भट्ट उन्हें दुनिया के सामने स्वीकार कर लें। सबके सामने पत्नी का दर्जा दें। पर उनकी यह ख्वाहिश जीते जी पूरी नहीं हो पाई।

महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर

मां की मौत पर पिता ने पहली बार लगाया था सिंदूर

महेश भट्ट की मां शिरीन का 1998 में निधन हो गया था। तब जाकर डायरेक्टर के पिता ने उनकी मांग में सिंदूर भरा था। महेश भट्ट के मुताबिक, जब पिता पहली पत्नी के साथ उनकी मां के अंतिम संस्कार के लिए आए तो उन्होंने उनकी मांग में सिंदूर भरा था। जबकि उनके जीते जी वह उन्हें कभी पत्नी का हक नहीं दे पाए।

महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर

मां के साथ नहीं रहते थे महेश भट्ट के पिता

महेश भट्ट ने यह भी खुलासा किया था कि पिता नानाभाई भट्ट उनके और मां के साथ नहीं रहते थे। बल्कि पहली पत्नी और परिवार के साथ रहते थे। वह बस बीच-बीच में महेश भट्ट और उनकी मां से मिलने आते थे। वह घर में आते तो जूते तक नहीं उतारते थे।

महेश भट्ट को नाजायज औलाद कहकर चिढ़ाते थे लोग, पिता ने मां की मौत के बाद मांग में भरा था सिंदूर

फोटो साभार: Mahesh Bhatt Twitter


पिता ने नहीं पूरी की मां की आखिरी इच्छा

महेश भट्ट का दिल तब टूट गया था, जब उन्होंने पिता को मां की अधूरी इच्छा के बारे में बताया, और उन्होंने उसे पूरा करने से इनकार दिया। महेश भट्ट की मां की आखिरी इच्छा था कि उन्हें कब्रिस्तान में वहीं दफनाया जाए, जहां उनकी मां यानी डायरेक्टर की नानी को दफनाया गया था। इस इच्छा के बारे में जान महेश भट्ट के पिता ने इनकार कर दिया, और कहा कि उनका धर्म कब्रिस्तान में जाने की इजाजत नहीं देता। उस दिन महेश भट्ट की हालत ऐसी हो गई थी मानो काटो तो खून नहीं। लेकिन महेश भट्ट ने बेटा होने का धर्म निभाया, और मां की आखिरी इच्छानुसार वहीं शिया कब्रिस्तान में दफनाया था।