
महिमा चौधरी ने लगाए थे आरोप

महिमा चौधरी की डेब्यू मूवी
महिमा चौधरी ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा था, 'मुझे मिस्टर सुभाष घई ने बुली किया था। वो मुझे कोर्ट भी लेकर गए और चाहते थे कि मैं अपना पहला शो कैंसिल कर दूं। ये काफी तनावपूर्ण था। उन्होंने सभी प्रोड्यूसर्स को मैसेज दिया कि कोई भी मेरे साथ काम ना करे! अगर आप 1998 या 1999 में ट्रेड गाइड मैगजीन को उठाते हैं तो उन्होंने एक विज्ञापन दिया था, जिसमें कहा गया था कि अगर कोई मेरे साथ काम करना चाहता है तो वो पहले उनसे संपर्क करे। नहीं तो ये कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन होगा। हालांकि, ऐसा कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं था, जिसमें कहा गया हो कि मुझे उनकी अनुमति लेनी होगी।'
फिल्म से कर दिया गया था रिप्लेस
महिमा को साल 1998 में फिल्म 'सत्या' में मनोज बाजपेयी के साथ काम करना था, लेकिन उनकी जगह उर्मिला मातोंडकर ने ले ली। इस बारे में बात करते हुए महिमा ने कहा कि उन्हें अपने रिप्लेसमेंट के बारे में भी नहीं बताया गया और केवल मीडिया से पता चला। उन्होंने कहा, 'वो मेरी दूसरी फिल्म होने वाली थी। मैंने साइनिंग अमाउंट लिया था। उसमें इतनी भी शालीनता नहीं थी कि वो मुझे या मेरे मैनेजर को फोन कर हकीकत से अवगत करा सके। मुझे प्रेस से पता चला कि उन्होंने मेरे बिना ही शूटिंग शुरू कर दी थी।' सुभाष घई के कारण बदल दिया था नाम

परदेस मूवी को सुभाष घई ने डायरेक्ट किया था
क्या आप जानते हैं सुभाष घई की वजह से महिमा चौधरी ने अपना नाम भी बदला था? जी हां, आपने सही पढ़ा महिमा का असली नाम रितु चौधरी है, लेकिन सुभाष घई के अंधविश्वास की वजह से उन्होंने अपना नाम बदल लिया। वो उन एक्ट्रेसेस के साथ बड़े करियर की शुरुआत करने में विश्वास करते थे, जिनके नाम की शुरुआत एम अक्षर से होती है। इसलिए, उन्होंने अपना नाम बदलकर महिमा चौधरी रख लिया।