महजबीन बानो से ऐसे बनीं मीना कुमारी! नहीं करना चाहती थीं एक्टिंग, पर 4 साल की उम्र में करना पड़ा काम
Edited by सोनम कनौजिया | Hindi Filmipop | Updated: 29 Sep 2023, 10:55 pm
मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बानो था। वो अली बक्श और प्रभावती देवी (बाद में इकबाल बानो) की बेटी थीं। उनका जन्म 1 अगस्त 1933 को हुआ था। अली बक्श बेटा चाहते थे और जब मीना का जन्म हुआ तो वो बहुत निराश हो गए थे। मीना की दो बहनें हैं। बड़ी बहन खुर्शीद बानो और छोटी बहन महलिका (जिन्हें मधु के नाम से जाना गया)।
Meena Kumari का जब जन्म हुआ था, तब उनके पिता के पास पैसे नहीं थे। वो डॉक्टर को डिलीवरी कराने तक के रुपये नहीं दे पाए थे। ऐसे में उन्होंने मीना को अनाथालय में छोड़ दिया था। लेकिन कुछ घंटों बाद उन्होंने अपना मन बदला और उन्हें वापस घर लेकर आए।
स्कूल जाना पसंद करती थीं मीना
मीना कुमारी
बचपन में मीना कुमारी का फिल्मों में आने का कोई इरादा नहीं था। वो स्कूल जाना पसंद करती थीं। इसके बावजूद उनके माता-पिता उन्हें काम की तलाश में फिल्म स्टूडियो ले जाने लगे। डायरेक्टर विजय भट्ट ने महजबीन को फिल्म 'लेदरफेस' में कास्ट किया और काम के पहले उन्हें 25 रुपये फीस भी दी।
महजबीन से ऐसे बनीं 'बेबी मीना'
मीना ने 4 साल की उम्र में एक्टिंग करना शुरू कर दिया था। उन्होंने शुरुआत में ज्यादातर विजय भट्ट के प्रोडक्शंस में बनी फिल्मों में काम किया। वो 'लेदरफेस' (1939), 'अधूरी कहानी' (1939), 'पूजा' (1940) और 'एक ही भूल' (1940) में नजर आईं। 'एक ही भूल' की शूटिंग के दौरान विजय भट्ट ने उनका नाम महजबीन से बदलकर 'बेबी मीना' रख दिया।
मां की मौत से बड़ा झटका
फिर रमणीक प्रोडक्शन की फिल्म 'बच्चों का खेल' (1946) में उन्हें मीना कुमारी के नाम से कास्ट किया गया था। मीना की जिंदगी में सबसे बड़ा झटका उनकी मां की मौत थी। उनकी मां ने साल 1947 में दुनिया को अलविदा कह दिया था। हालांकि, मीना ने खुद को संभाला और इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया।