बॉलीवुड एक्टर सुनील दत्त हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन एक्टर में से एक थे। उनका जन्म 6 जून 1929 को पंजाब में हुआ था। तब उनका नाम बलराज दत्त था। सुनील दत्त की सक्सेस से भरी जिंदगी के बारे में तो सभी को पता है, लेकिन क्या आप जानते हैं और उनके और परिवार पर क्या-क्या बीता था। कम उम्र में ही पिता को खो देना और फिर भारत-पाकिस्तान विभाजन के वक्त कैसे पिता के एक मुस्लिम दोस्त ने उनकी व फैमिली की जान बचाई थी।
लखनऊ जाकर बस गया परिवार
फिर परिवार छोटे से गांव मंडौली में रहने लगा था, जो ईस्ट पंजाब में था और अब हरियाणा में। फिर सभी लखनऊ शिफ्ट हो गए और अमीनाबाद मार्केट में रहने लगे।
बंबई में की पहली नौकरी
फिर सुनील दत्त बॉम्बे शिफ्ट हो गए और हिंद कॉलेज ज्वॉइन किया। वो सिटी बेस्ट ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग डिवीजन में जॉब भी करने लगे। उन्होंने साल 1954 में इतिहास (ऑनर्स) से ग्रेजुएशन किया। करियर, बॉलीवुड और पहचान
सुनील ने करियर की शुरुआत रेडियो से की, क्योंकि उनकी उर्दू पर अच्छी पकड़ थी। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग के लिए फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया और साल 1955 में 'रेलवे प्लेटफॉर्म' मूवी से बॉलीवुड में कदम रखा। डायरेक्टर रमेश सहगल ने उन्हें ये ब्रेक दिया था। वो दत्त साहब की पर्सनैलिटी और आवाज से काफी इंप्रेस हुए थे। उन्होंने ही 'बलराज' को 'सुनील' के नाम से नई पहचान दी थी।