When Ashish Vidyarthi Had Nearly Death Experience Was Saved By A Policeman
Ashish Vidyarthi: उस दिन पुलिसवाला नहीं होता तो जान से हाथ धो बैठते आशीष विद्यार्थी, जानिए पूरी घटना
Edited by संगीता तोमर | Hindi Filmipop | Updated: 25 May 2023, 11:46 pm
उस दिन पुलिसवाला नहीं होता तो जान से हाथ धो बैठते आशीष विद्यार्थी, जानिए पूरी घटना
साठ साल की उम्र में दूसरी बार शादी करने को लेकर चर्चा बटोर रहे आशीष विद्यार्थी की लाइफ काफी दिलचस्प रही है। फिल्मी पर्दे पर वह जितने खूंखार और विलेन अवतार में नजर आए, असल जिंदगी में उतने ही प्यारे इंसान हैं। आशीष विद्यार्थी ने 90 के दशक में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी, जो अब तक जारी है। इतने लंबे करियर में आशीष विद्यार्थी ने 11 भाषाओं में 300 से भी ज्यादा फिल्में कीं। करीब डेढ़ सौ से भी ज्यादा फिल्मों में उन्होंने विलेन का रोल किया और हर बार वह हीरो द्वारा मारे गए। लेकिन एक बार सच में एक्टर की जान पर बन आई थी।
Ashish Vidyarthi फिल्मी पर्दे पर मरने की एक्टिंग करते आए, लेकिन जब असल जिंदगी में मौत से सामना हुआ तो उनकी हालत खराब हो गई थी। तब एक पुलिसवाले ने आशीष विद्यार्थी की जान बचाई थी। यह घटना आशीष विद्यार्थी के साथ एक फिल्म के शूट के वक्त घटी थी।
फोटो: ETimes
पानी में डूब रहे थे, लोग सोच रहे थे एक्टिंग है
दरअसल यह घटना फिल्म 'बॉलीवुड डायरी' के सेट पर घटी थी। एक सीन के मुताबिक, आशीष विद्यार्थी को नदी में उतरना था। लेकिन एक्टर को उस नदी की गहराई का अंदाजा नहीं था। इस कारण आशीष विद्यार्थी ज्यादा गहराई में चले गए और डूबने लगे। शूट पर जो भी लोग मौजूद थे, उन्हें लगा कि आशीष विद्यार्थी डूबने की एक्टिंग कर रहे हैं। इसलिए सब देखते रहे, जबकि आशीष विद्यार्थी सच में पानी में डूब रहे थे। पर वहां एक पुलिसवाला मौजूद था, जिसे लगा कि मामला गड़बड़ है। उसने आव देखा न ताव और तुरंत नदी में कूद गया। यह देख सभी लोग सकपका गए। जब पुलिसवाला आशीष विद्यार्थी को पानी से निकालकर बाहर ले आया, तब सबको पता चला कि एक्टर सच में डूब रहे थे।
इन फिल्मों में किया काम, जीता नैशनल अवॉर्ड
इस घटना के बारे में बाद में मनोज बाजपेयी ने भी सोशल मीडिया पर बताया और उस पुलिसवाले को सलाम किया था। आशीष विद्यार्थी की बात करें तो उन्होंने 1991 में फिल्म 'काल संध्या' से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। बाद में वह फिल्म 'सरदार' में नजर आए। आशीष विद्यार्थी को 'द्रोहकाल', '1942: ए लव स्टोरी', 'मृत्युदाता', 'जिद्दी', 'मेजर साहब', 'जानवर', 'रिफ्यूजी', 'बिच्छू' और 'बॉर्डर हिंदुस्तान का' जैसी कई फिल्मों में सराहा गया। आशीष विद्यार्थी ने हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, मराठी और बंगाली फिल्मों के अलावा कुछ इंग्लिश फिल्में भी कीं। फिल्म 'द्रोहकाल' के लिए आशीष विद्यार्थी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नैशनल अवॉर्ड मिला था।