हिंदी सिनेमा के महान स्टार्स में शुमार रहे देव आनंद ने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं। उन्हें भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे महान कलाकारों में गिना जाता है। छह दशक से भी ज्यादा लंबे करियर में देव आनंद ने 100 से भी ज्यादा फिल्में की थीं, जिनमें 'गाइड', 'प्यासा', 'ज्वेल थीफ' और 'टैक्सी ड्राइवर' जैसी फिल्में शामिल हैं। 'टैक्सी ड्राइवर' देव आनंद के करियर की सबसे यादगार फिल्मों में से एक है। इसी फिल्म के सेट पर देव आनंद ने को-स्टार और एक्ट्रेस कल्पना कार्तिक से शादी कर ली थी। पर क्या आप जानते हैं कि देव आनंद को सच में ही टैक्सी ड्राइवर समझ लिया गया था?
देव आनंद ताज महल होटल के सामने टैक्सी में खड़े थे। तभी वहां एक विदेशी टूरिस्ट आया और देव आनंद से कहा कि वह उन्हें रेड लाइट एरिया लेकर चले। देव आनंद काफी देर तक उसे समझाते रहे कि वह ड्राइवर नहीं हैं। देव आनंद ने उस टूरिस्ट को समझाया कि वह वहां किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं, इसलिए टैक्सी ड्राइवर का गेटअप लिया है। तब जाकर वह टूरिस्ट बात समझा।
मोहन चूड़ीवाला ने बताया था कि वह टूरिस्ट टैक्सी में बैठ गया था, और उतरने का नाम ही नहीं ले रहा था। 'टैक्सी ड्राइवर' साल 1954 में रिलीज हुई थी। फिल्म में देव आनंद और कल्पना कार्तिक के अलावा जॉनी वॉकर भी थे। इस फिल्म की कहानी देव आनंद के भाई चेतन आनंद पत्नी उमा आनंद और भाई विजय आनंद के साथ मिलकर लिखी थी। चेतन भगत ने ही इस फिल्म को डायरेक्ट किया था।
बताया जाता है कि इस फिल्म के सेट पर जब लंच ब्रेक हुआ, तो उसी में देव आनंद ने हीरोइन कल्पना कार्तिक से शादी कर ली थी। इसके बाद 1956 में देव आनंद और कल्पना कार्तिक बेटे सुनील आनंद के पैरेंट्स बने। उनकी एक बेटी भी हुई, जिसका नाम देविना था। देव आनंद की शादी पांच दशक लंबी रही। इसमें उनका नाम कई हीरोइनों के साथ जुड़ा, पर एक्टर पत्नी के प्रति हमेशा वफादार रहे।
लेकिन 2011 में कल्पना और देव आनंद का रिश्ता तब टूट गया, जब एक्टर की मौत हो गई। देव आनंद की शादी के बाद कल्पना कार्तिक ने खुद को सबसे दूर कर लिया, और अब गुमनाम जिंदगी जीती हैं।