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जब माधुरी दीक्षित के कारण जूही चावला ने रिजेक्ट कर दी थी 'दिल तो पागल है', सुपरहिट होने पर हुआ था अफसोस

Edited by उमा मिश्रा | Hindi Filmipop | Updated: 14 Nov 2023, 4:10 pm
बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। कभी अपने काम के कारण तो कभी अपनी पर्सनल लाइफ के कारण। उन्होंने करियर की शुरुआत साल 1986 में आई फिल्म 'सल्तनत' से की थी। इसके बाद वह 'कयामत से कयामत तक', 'राजू बन गया जेंटलमैन', 'लूटेरे', 'हम हैं राही प्यार के' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आईं। हालांकि भले आज उनके रिश्ते बॉलीवुड की तमाम एक्ट्रेसेस से अच्छे हैं लेकिन एक समय था, जब उनकी राइवलरी रहती थी। उन्होंने माधुरी दीक्षित के कारण ही 'दिल तो पागल है' रिजेक्ट कर दिया था। इसका खुलासा खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में किया था।
जूही चावला ने एक पुराने इंटरव्यू में माधुरी और करिश्मा कपूर के बारे में खुलकर बात की है। Rediff पर उनका पुराना इंटरव्यू वायरल हुआ। इसमें वह बता रही हैं उन्होंने जो-जो मूवीज रिजेक्ट कीं, वो रिलीज के बाद सुपर-डुपर हिट रहीं। इसमें 'दिल तो पागल है' भी शामिल है। हालांकि माधुरी दीक्षित और जूही चावला ने साथ में 'गुलाब गैंग' में साथ काम किया था। मगर पहले साथ काम करने से साफ मना कर दिया था। एक्ट्रेस ने इसके पीछे की वजह भी बताई थी।

जूही चावला ने रिजेक्ट की फिल्में

'दिल तो पागल है' रिजेक्ट करने के पीछे की वजह एक्ट्रेस ने बताई थी। कहा था, 'उस समय मैं माधुरी के साथ दूसरी अहम भूमिका नहीं निभाना चाहती थी। उस समय मैं एक अलग बबल में थी, जहां आप गलत फैसले ले लेते हैं।' मतलब राइवलरी इतनी थी कि वह साथ स्क्रीन शेयर नहीं कर सकीं। जूही ने कहा कि उन्होंने 'राजा हिंदुस्तानी' और 'जुदाई' जैसी फिल्मों को भी लात मार दी थी। और दोनों ही सुपरहिट रही थीं। जूही ने कहा, 'ये सभी फिल्में ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। करिश्मा कपूर को स्टार बनाने के पीछे मेरा हाथ है।'

इन एक्ट्रेसेस के बीच था मनमुटाव

जूही ने इंटरव्यू में आगे बताया कि माधुरी दीक्षित ही नहीं, उनकी करिश्मा कपूर, मनीषा कोइराला, रवीना टंडन से भी नहीं पटरी खाती थी। ये सभी आपस में खुन्नस खाकर रहती थीं। हालांकि कुछ साल, जब तक इनका स्टारडम रहा, तब तक मनमुटाव चला। लेकिन बाद में सब नॉर्मल हो गया। जूही ने बताया था कि हाल ये था कि जब ये सारी एक्ट्रेसेस कहीं मिलती थीं तो सिर्फ हाय-हेलो ही होती थी। उससे ज्यादा कोई बातचीत नहीं। क्योंकि तुलना बहुत होती थी।