डायबिटीज (Diabetes) दुनिया भर में सबसे बड़ी आम बीमारी में से एक बन चुकी है। इस रोग में व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar level) सामान्य से ज्यादा हो जाता है, जो एक के बाद एक कई बीमारियों की वजह है। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) एक पुरानी, आनुवंशिक बीमारी है जबकि टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) खराब जीवनशैली का परिणाम हैं।
रोजमेरी से होगा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल
रोजमेरी बहुत ही कमाल की हर्ब है। इसका उचित उपयोग करने से न सिर्फ वजन घटाने में मदद करती है बल्कि ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल किया जा सकता है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार है. हालांकि भारतीय व्यंजनों में इसका इस्तेमाल बहुत आम नहीं है लेकिन सूप और करी में इसे एड कर स्वाद को बढ़ाया जा सकता है।
गिलोय शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लूकोज को कम करने में सक्षम
गिलोय जिसे गुडूची भी कहते हैं आयुर्वेद की एक महत्वपूर्ण जुड़ी बूटी है। यह शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लूकोज को कम करता है और ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है. आप इस जड़ी बूटी का सेवन जूस या पाउडर के रूप में आसानी से कर सकते हैं. और ये बहुत ही आसानी से उपलब्ध भी हैं। कोरोना काल में लगभग सभी लोग इस हर्ब से परिचित हो चुके हैं।
डायबिटीज उपचार का महत्वपूर्ण हिस्सा है एलोवेरा
भारत, मेक्सिको, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में एलोवेरा ऑप्शनल उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हर्ब अपच का इलाज करने में सक्षम है। इसका सेवन शरीर में सूजन को कम करता है। कई पुरानी लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां जैसे डायबिटीज, शरीर में सूजन के कारण होती हैं। इसे एलोवेरा के इस्तेमाल से कम किया जा सकता है।
मेथी हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में कारगर
मेथी के बीज पारंपरिक रूप से त्वचा, बालों और पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए हमेशा से उपयोग किए जाते रहे हैं। यह जड़ी बूटी मेटाबोलिज्म संबंधी परेशानी और ब्लड शुगर लेवल को हाई से कम करने में सक्षम है। इसकी मदद से डायबिटीज का इलाज किया जा सकता है साथ ही इसमें फाइबर होता है, जो पाचन प्रक्रिया को ठीक करने में मदद करता है. आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार डायबिटीज के रोगी को 10 ग्राम भीगे हुए मेथी के दानों को गर्म पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए या सुबह उठकर मेथी का पानी पीना भी बेहतर हेल्दी विकल्प है।
डायबिटीज कंट्रोल करता है अदरक
भारतीय देशी व्यंजनों में अदरक का उपयोग स्वाद बढ़ाने के लिए हमेशा ही किया जाता रहा है। यह इंसुलिन के प्रति शरीर की सेंसिटिविटी को बढ़ाता है और insulin secretion को बढ़ाने में मदद करता है।