![सर्दी के मौसम में कान में दर्द, इंफेक्शन का खतरा ज्यादा, जानें कारण, लक्षण, बचने के लिए क्या करें?](https://hindi.filmipop.com/thumb/msid-95708272,imgsize-23048,width-700,height-393,resizemode-75/95708272.jpg)
कान में बहुत कम इंसुलेटिंग फैट होता है, इसलिए कान में जल्दी ठंड लग सकती है। इसके अलावा, ठंडे तापमान कान के दर्द और संक्रमण में वृद्धि कर सकते हैं। कान की उचित सुरक्षा के बिना ठंड में बाहर समय बिताने से बहरापन तक हो सकता है। यदि आपके कान नियमित रूप से कम तापमान के संपर्क में आते हैं, तो कान में एक्सोस्टोसिस की समस्या हो सकती है, यह कान में एक प्रकार की हड्डी की वृद्धि है जो कान के हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। यह कान की नलिका को संकरा कर देता है जिससे पानी, कान का मैल और मलबा बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है, जिससे कान में संक्रमण यह बहरापन जैसी समस्या हो सकती है।
कान में संक्रमण के लक्षण
कान के संक्रमण के दौरान अनुभव किए जा सकने वाले सामान्य लक्षण सिरदर्द और कान में दर्द हैं। सूजन भी आ सकती है। आपको चक्कर आने का भी अनुभव हो सकता है। अन्य मामलों में, कान से कुछ रिसने जैसा अनुभव हो सकता है। गंभीर मामलों में कान में सुनाई देने में परेशानी जैसी समस्या हो सकती है।
सर्दियों में कान के संक्रमण को कैसे रोकें?
इस बात का ध्यान रखें कि जब आप ठंड में बाहर जाते हैं तो आपके कान ढके हों। उन्हें गरम रखें। इसके लिए आप ईयर मफ या हेडबैंड पहन सकते हैं।
नियमित रूप से स्नान करें और अपने कानों को साफ करें। साथ ही नहाने के बाद अपने कानों को जरूर सुखाएं। इससे बैक्टीरिया में वृद्धि नहीं होगी और कान में संक्रमण भी नहीं होगा।
कॉटन बड्स या स्वैब से अपने कानों को साफ करने से बचें। ठंड से बचाने के लिए कानों में रुई लगाना भी सही नहीं है क्योंकि इसकी वजह से आपके कान में सूजन हो सकता है।
इस बात का ध्यान रखें कि आपको कोई एलर्जी न हो, ताकि आपकी यूस्टेशियन ट्यूब जाम न हो।
सर्दी या फ्लू से पीड़ित लोगों से सुरक्षित दूरी पर रहें। यदि आप इनके संपर्क में आते हैं तो अपनी आंखों, कानों और नाक को छूने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोयें।
धूम्रपान से बचें क्योंकि इससे भी कानों में इफेक्शन का खतरा रहता है।
सर्दी में आपको सर्दी जितनी कम होगी, आपके कान में संक्रमण होने की संभावना उतनी ही कम होगी। लेकिन यदि संक्रमण हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।