धूल, प्रदूषण और कड़ी धूप के संपर्क में आने के बाद आप जिस तरह रोजाना अपने चेहरे, गर्दन की केयर करने के लिए जरूरी डेली रूटीन फॉलो करती हैं, ठीक उसी प्रकार पूरे दिन की भागदौड़, काम के बाद पैरों को आराम देने, रिलैक्स करने के लिए जरूरी रूटीन फॉलो करने की जरूरत है।
रात में पैरों की मालिश करने के कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स हैं। दिन का समय लंबा और थका देने वाला होता है, इसलिए कड़ी मेहनत करने के बाद आराम पाने के लिए रात में पैरों की मालिश करना और अच्छी नींद लेना सही तरीका है। रात में पैरों की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) से गुजरने वाली महिलाओं के लिए यह और भी बेहतर है। रात को सोने से पहले पैरों की मालिश करने से सिरदर्द, माइग्रेन या डिप्रेशन तक से निपटने में मदद मिलती है।
तेल से करें पैरों की मालिश
पैरों की मालिश के लिए किस चीज का इस्तेमाल करें ये सोच कर कंफ्यूज हो रही हैं, तो हम आपको बता दें कि आमतौर पर किसी भी मौसम या किसी भी प्रकार की स्किन के लिए नारियल का तेल सबसे अच्छा ऑप्शन है। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। यह मार्केट में आसानी से उपलब्ध भी है। इसके अलावा मालिश के लिए आप लैवेंडर ऑयल, गुलाब, पुदीना और जोजोबा तेल भी चुन सकती हैं। लेकिन कुछ भी चुनने से पहले, यह जरूर जान लें कि आपको किसी चीज की एलर्जी तो नहीं है। उचित सलाह के लिए अपने डॉक्टर की राय ले सकते हैं।
पैरों की मालिश से किसे बचना चाहिए?
वैसे तो पैरों की मालिश हर महिला के लिए जरूरी होती है, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें इससे बचना चाहिए। ब्लड क्लॉट हिस्ट्री या पैरों में सूजन की समस्या वाले लोगों को मालिश नहीं करनी। पैर के फ्रैक्चर या ठीक न हुए घाव जैसी परेशानी हो तब भी मालिश से बचना जरूरी है। वैसी महिलाएं जिन्हें किसी तरह के हेल्थ कॉम्प्लिकेशन्स नहीं हैं उन्हें दिन भर की थकान के बाद आराम करने, कुछ समय तक रहने वाले दर्द को ठीक करने, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए अपने पैरों की मालिश करनी चाहिए।