दिसंबर के महीने की शुरुआत हो चुकी है। और इसके साथ ही ठंड भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। सुबह-शाम ही नहीं, दिन में भी अब ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना जरूरी हो गया है। हम में से कई लोग अक्सर रात में गर्म रहने के लिए स्वेटर, सिर पर टोपी और पैरों में ऊनी मोजे भी पहन कर ही सोते हैं। ऐसा करने के पीछे की सोच यह होती है कि हमें लगता है कि बिस्तर में मोजे और टोपी पहनने से पैर और सिर गर्म रहेंगे और ठंड कम लेगी। लेकिन असल में यह आदत हमारे लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है असर
सिर ढक कर सोने से ब्लड सर्कुलेशन पर भी गलत असर पड़ता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि जब आप अपने सिर को कंबल से ढक लेते हैं तो आप फ्रेश ऑक्सीजन नहीं ले पाते हैं। कंबल के अंदर मौजूद ऑक्सीजन लेने लगते हैं। सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया चलती रहती है। इस दौरान कंबल के अंदर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और अशुद्ध वायु ही फेफड़ों में प्रवेश करने लगती है। सोने से व्यक्ति परेशानी भी महसूस करता है और अंगों में सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी होती है।
मोजे पहन कर सोने से स्किन इंफेक्शन का डर
यदि बहुत लंबे समय तक मोजा पहनना जाता है तो इससे एलर्जी या स्किन इंफेक्शन होने का भी डर रहता है। नायलॉन या अन्य सामग्री से बने मोजे अक्सर स्किन के अनुरूप नहीं होते हैं और संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में रात में मोजे पहनने से यह रिस्क और भी बड़ी हो जाती है।
उचित नींद आने में परेशानी
अगर आप टाइट मोजे पहनेंगे तो आप ठीक से सो नहीं पाएंगे क्योंकि ये अनकंफर्टेबल हो सकते हैं।